मेरी मां

       मेरी मां
मां तुम ने मुझको जन्म दिया है,
पालन भी मेरा तुम ने किया है ।
इस में कुछ भी नया नहीं है,
सदियों से ही यह होता आया।
लेकिन शुक्र मेरा है रब से,
स्वेच्छा से जीने का हक,
मेरी मां ने, मुझको खास दिया है।
वैसे तो मां तुम हो भोली-भाली,
नहीं करतीं खुद की मनमानी।
लेकिन बात अगर मेरी हो,
तब तुम ज़िद पर अड़ जाती हो।
मेरे भविष्य से कोई समझौता,
तुम बिल्कुल सह नहीं पाती हो,
हर मुश्किल के आगे तुम फिर,
चट्टान के मानिंद डट जाती हो।
हालातों से कभी हार ना मानों,
यह गुण मैंने भी पाया है तुम से।
मेरी आंखें घर -आंगन में,
हर पल ढूंढे , अपनी प्यारी मां को,
मां के बिना घर बिल्कुल सूना,
लम्बी उम्र दे रब,हम सब की ,
खुशियों की चाबी, प्यारी मां को।
हैप्पी मदर्स डे
कंचन चौहान, बीकानेर 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

शिक्षक कृष्ण कहलाएगा

माटी रा मटका

क्षितिज के पार जाना है