नयी शुरुआत
नयी शुरूआत
हर दिन एक नया दिन हैं,
हर पल नया - नया सा है।
कुछ नहीं बिगड़ा, सब कुछ सही है,
सांसें जब तक साथ में है।
थोड़ा रुको, विचार करो,
आत्म विष्लेषण अपने आप करो।
गलती गुनाह नहीं होती है,सीखो,
और फिर नयी शुरुआत करो।
ना शिकवा - गिला, शिकायत करो,
ना इल्जाम किसी दूजे पर धरो।
अपने हिस्से का संघर्ष करो,
हर दिन है नया, नयी शुरूआत करो।
बस मन चाही उड़ान भरो,
जो देखे हैं सपने, साकार करो।
कल चाहे, कठिन समय था,
जो बीत गया, सो बीत गया।
अंधियारे के बाद उजाला है,
हर रात का अंत सवेरा है।
जीवन के कड़वे अनुभव से,
सीखो और नयी शुरूआत करो।
ईश्वर का उपहार है जीवन,
नये सफर का आगाज करो।
कंचन चौहान, बीकानेर
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